PUBLISHED : Feb 24 , 1:09 AM
कर्नाटक में एक किसान पिछले 12 सालों से खुद से बनाए मंदिर में अपनी पत्नी की मूर्ति की पूजा कर रहा है. चामाराजानगर में रहने वाले इस किसान का नाम राजू उर्फ राजूस्वामी है. उन्होंने अपनी पत्नी की इच्छा के मुताबिक 2006 में कृष्णापुरा गांव में एक मंदिर बनाया था. मंदिर का नाम राजम्मा मंदिर है. इसमें रखी राजम्मा की मूर्ति राजू ने ही बनाई है. उनके अलावा मंदिर में शनिश्वरा, सिड्डप्पाजी, नवग्रह और भगवान शिव की मूर्तियां हैं. इन मूर्तियों के साथ राजू अपनी पत्नी की मूर्ति की भी पूजा करते हैं. वे कहते हैं कि उनका और उनकी पत्नी का प्रेम अपूर्व था.
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक राजू के पास गांव में तीन एकड़ जमीन है. उन्होंने बताया कि इस मंदिर की अपनी एक लंबी कहानी है. अखबार से बातचीत में राजू बताते हैं कि उन्होंने अपनी बहन की बेटी से शादी की थी. वे कहते हैं, ‘मेरे माता-पिता हमारी शादी के खिलाफ थे. लेकिन हमने शादी कर ली क्योंकि मेरे बहन और बहनोई ने कोई विरोध नहीं किया. शादी के कुछ दिनों बाद मेरी पत्नी ने गांव में मंदिर बनाने की इच्छा जाहिर की. लेकिन मंदिर पूरा बनने से पहले ही उसका निधन हो गया. इसलिए मैंने फैसला किया कि मंदिर के गर्भ गृह में उसकी मूर्ति लगाऊंगा.’
राजू को मंदिर बनाने में करीब दो साल लगे. कई लोगों ने उनका विरोध किया. कुछ ने उनसे बहस भी की. लेकिन राजू की अपनी पत्नी के प्रति श्रद्धा सब पर भारी पड़ी. वे कहते हैं, ‘उसने पहले ही अपनी मौत की भविष्यवाणी कर दी थी. उसके पास विशेष शक्ति थी. वह हमेशा एक मंदिर का सपना देखती थी. वह एक आध्यात्मिक व्यक्ति थी. इन बातों ने मुझे यकीन दिला दिया कि मुझे मंदिर बनाकर उसकी देवी के रूप में पूजा करनी चाहिए.’ आज नजदीक के गांवों के लोग यहां ‘प्रेम का मंदिर’ देखने आते हैं.